- 94 Posts
- 5 Comments
नयी लाने के लिए हर पुरानी चीज़ बेची नहीं जाती. कम से कम बाप-दादा की संपत्ति तो बिल्कुल नहीं! पुश्तैनी संपत्ति से लोगों का भावनात्मक जुड़ाव होता है. इसी भावनात्मक लगाव के कारण बीयर उत्पादन करने वाली एक कंपनी बीयर को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने के लिए 2 मील लंबी पाइपलाइन बनाने जा रही है. हालांकि, इस लगाव से अधिक कानून के अनुपालन के कारण और शहर को स्वच्छ रखने के कारण इस कंपनी को ऐसा करने के लिए विवश होना पड़ा.
दरअसल डे हाल्वे मान ब्रुएरी ब्रूज़ेस में बीयर उत्पादन करने वाली अकेली पारिवारिक कंपनी है. ब्रूज़ेस को यूनेस्को ने विश्व विरासत स्थल घोषित कर दिया है. ब्रूज़ेस को स्वच्छ रखने के लिए यहाँ की सड़कों पर से वाहनों का बोझ कम करना एक आवश्यकता बन गयी थी. इस दिशा में पाँच दशकों से बीयर उत्पादन करने वाली कंपनी डे हाल्वे मान ब्रुएरी को अपने बोटलिंग प्लांट तक जाने वाली मालवाहक वाहनों की संख्या कम करनी थी. लेकिन कंपनी ब्रूज़ेस स्थित अपनी पुश्तैनी ज़मीन को छोड़ना नहीं चाहती थी.
Read: ऐसा हो गया तो किराने की दुकानों में मिलेगी बीयर!
इस पशोपेश से निकलने के लिए कंपनी ने दूसरा रास्ता चुना. बेल्जियम की इस कंपनी ने अपने वैगलवाटर औद्योगिक सम्पदा अवस्थित बोटलिंग प्लांट तक बीयर ले जाने के लिए करीब 2 मील(1.86) लंबी एक पाइपलाइन निर्माण की योजना बनायी जिससे एक घंटे में 1,500 गैलन बीयर की आवाजाही हो सकेगी.
पाँच शताब्दी पुरानी इस बीयर कंपनी की पाइपलाइन निर्माण की योजना के कारण ब्रूज़ेस की सड़कों पर से 500 ट्रकों का भार हट जायेगा. इन ट्रकों से बीयर को बोटलिंग प्लांट तक पहुँचाया जाता था. इससे शहर को स्वच्छ रखने में सहूलियत के साथ सड़कों पर वाहनों की भीड़ में कमी होगी.
Read: जानिए हिटलर ने कैसे निकाला था स्विस बैंकों में जमा अपने देश का कालाधन
ब्रूज़ेस की डे हाल्वे मान ब्रुएरी कंपनी अपने ब्रूज़से ज़ॉट बीयर के लिए प्रसिद्ध है. इस पाइपलाइन के निर्माण में अत्याधुनिक कंप्यूटर गाइडेड ड्रिलिंग तकनीक का प्रयोग किया जायेगा ताकि शहर की प्रसिद्ध गोथिक वास्तुशिल्प को कोई नुकसान न पहुँच सके.Next….
Read more:
Read Comments